가는 광음)光陰) 어이하리!
淸風軒
밤에 분 가을바람이 푸른옷
벗겨 가니
늙은 잎사귀들 누런옷을 입었구나
가을도 여물었구나! 가는 광음
어이할꼬!
![]() |
이한기 - 국가유공자 - 계간 미주문학 등단 - 미주한국문인협회원 - 애틀랜타문학회원 |
가는 광음)光陰) 어이하리!
淸風軒
밤에 분 가을바람이 푸른옷
벗겨 가니
늙은 잎사귀들 누런옷을 입었구나
가을도 여물었구나! 가는 광음
어이할꼬!
번호 | 제목 | 날짜 | 조회 수 |
---|---|---|---|
354 | 본말(本末) 斷想 | 2024.07.17 | 26 |
353 | 초복(初伏) 단상 | 2024.07.15 | 44 |
352 | 충무공(忠武公) 이순신(李舜臣) | 2023.10.21 | 51 |
351 | 송축(頌祝), 성탄(聖誕)! | 2023.09.29 | 56 |
350 | 중구난방(衆口難防) | 2023.10.13 | 56 |
349 | 관조(觀照)의 세계로 | 2023.09.27 | 58 |
348 | 불초(不肖) 문안 올립니다 | 2023.10.21 | 58 |
347 | 밥 먹으러 와! | 2023.09.27 | 59 |
346 | 사유(思惟) | 2023.09.27 | 59 |
345 | 군자(君子)의 길, 나의 길 | 2023.09.27 | 59 |
344 | 내 마음 아프다! | 2023.10.21 | 59 |
343 | 직업/직분의 '사' (II) | 2023.10.15 | 59 |
342 | 백척간두(百尺竿頭) 진일보(進一步 ) | 2023.10.20 | 59 |
341 | 어우렁더우렁 | 2024.07.14 | 59 |
340 | 천지현황(天地玄黃) | 2023.09.28 | 60 |
339 | 절차탁마(切磋琢磨) | 2023.09.28 | 60 |
338 | 박이 타령 1~5 | 2023.09.28 | 61 |
337 | 늙은 호박의 푸념 | 2023.09.28 | 61 |
336 | 송(送), 2022년! | 2023.09.29 | 61 |
335 | 생존(生存) | 2023.10.10 | 61 |
댓글 달기